“यथा ह्येकेन चक्रेण न रथस्य गतिर्भवेत्।एवं पुरुषकारेण विना दैवं न सिध्यति।।” (जैसे एक पहिये से रथ नहीं चल सकता है, उसी प्रकार बिना पुरुषार्थ के भाग्य सिद्ध नहीं हो सकता है|)
प्रबंध विज्ञान विभाग वैश्विक चुनौतियों से निपटने और आज की सामाजिक जरूरतों को देखते हुए बुनियादी सुविधाओं के साथ दक्ष प्रबंधकों को तैयार करने एवं आवश्यकता आधारित तथा परिणामोन्मुख प्रबंध शिक्षा की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए वर्ष 2016 में स्थापित किया गया। विभाग अपने नवीनतम और अद्वितीय शिक्षा प्रविधि के माध्यम से विद्यार्थियों में कुशल और विषय-क्षेत्र के विकास को सुनिश्चित करता है। विभाग बौद्धिक अभिक्षमताओं के विकास के साथ-साथ नेतृत्व निर्माण पर ध्यान केंद्रित करते हुए सर्वश्रेष्ठ प्रबंध शिक्षा को प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है। विभाग शिक्षण, शोध एवं परामर्श आदि पर गंभीर चिंतन करने वाले योग्य एवं सक्षम संकाय सदस्यों से संपन्न है जिनके शोध अनुभव का लाभ विद्यार्थियों को मिलता है।