डॉ. सुजीत कुमार चौधरी महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, बिहार के समाजशास्त्र विभाग में 27 सितंबर 2019 से एसोसिएट प्रोफेसर एवं विभागाध्यक्ष के पद पर कार्यरत हैं। इससे पूर्व वे केंद्रीय विश्वविद्यालय झारखंड (CUJ), रांची (भारत) के मानविकी और सामाजिक विज्ञान विभाग में 3 सितंबर 2012 से 26 सितंबर 2019 तक समाजशास्त्र के सहायक प्रोफेसर थे। इसके अतिरिक्त वे हिदायतुल्ला राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय, रायपुर (भारत) में 8 अगस्त 2009 से 1 सितंबर 2012 तक समाजशास्त्र के सहायक प्रोफेसर के रूप में कार्यरत रहे। उन्होंने जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU), नई दिल्ली से समाजशास्त्र में एमए, एम.फिल. और पीएच.डी. की डिग्रियाँ प्राप्त की हैं। उन्हें शिक्षा क्षेत्र में उनकी उत्कृष्ट सेवाओं, असाधारण प्रदर्शन और समाजशास्त्र अनुशासन में बेहतरीन शैक्षणिक आधारभूत कार्यों के लिए कई प्रतिष्ठित पुरस्कार प्राप्त हुए हैं जैसे: यूजीसी रिसर्च अवार्ड (2016-18), स्वामी विवेकानंद एक्सीलेंस अवार्ड (2019), ग्लोरी ऑफ इंडिया, गोल्ड मेडलिस्ट (2019), बायोग्राफी ऑफ द ईयर (2017), भारत विकास पुरस्कार (2017), ज्वेल ऑफ इंडिया अवार्ड (2016), शिक्षा रत्न पुरस्कार (2012) और भारत ज्योति पुरस्कार (2012)। उन्होंने राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर की प्रतिष्ठित पत्रिकाओं और संपादित पुस्तकों में अनेक शोध-पत्र प्रकाशित किए हैं। उनके नाम पर अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त 2 पुस्तकें हैं। उन्होंने हार्वर्ड विश्वविद्यालय, बोस्टन, यूएसए सहित कई अंतरराष्ट्रीय और राष्ट्रीय संगोष्ठियों/सम्मेलनों में शोध पत्र प्रस्तुत किए हैं। डॉ. चौधरी ने विभिन्न अकादमिक मंचों पर व्याख्यान भी दिए हैं और सरकारी नीति-निर्माण में सक्रिय भूमिका निभाई है। उनके शिक्षण और शोध की विशेष रुचियाँ समाजशास्त्रीय सिद्धांत, शिक्षा का समाजशास्त्र, विकास का समाजशास्त्र और हाशिए पर स्थित समूहों का समाजशास्त्र जैसे क्षेत्रों में हैं।