क्रमांक | खंड I, अंक 2, अक्टूबर 2019 – मार्च 2020 | पृष्ठ संख्या | |
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1. | लेखक: | जी. पी. सुधाकर | 9-21 |
लेख का शीर्षक: | गांधीवादी दर्शन और संयुक्त राष्ट्र सतत विकास लक्ष्य: व्यवसाय के लिए आवश्यकता | ||
2. | लेखक: | कनन पेरुमल | 22-40 |
लेख का शीर्षक: | सूचना विषमता, संस्थागत दक्षता और भ्रष्टाचार नियंत्रण: विकासशील देशों में भ्रष्टाचार नियंत्रण की सैद्धांतिक चुनौतियों की समीक्षा: गांधीवादी परिकल्पना पर एक केस स्टडी | ||
3. | लेखक: | ओकेंद्र | 41-49 |
लेख का शीर्षक: | भारतेंदु युगीन हिंदी साहित्य का महात्मा गांधी के जीवन पर प्रभाव | ||
4. | लेखक: | मीनाक्षी बंसल | 50-57 |
लेख का शीर्षक: | महात्मा गांधी का महिला कल्याण में योगदान: मिथक या वास्तविकता | ||
5. | लेखक: | आशु पसरीचा | 58-66 |
लेख का शीर्षक: | कोविड-19 के संदर्भ में गांधीवादी ग्रामीण विकास दृष्टिकोण की पुनः समीक्षा | ||
6. | लेखक: | माला मिश्रा | 67-73 |
लेख का शीर्षक: | उभरते आधुनिक भारत में गांधी की प्रासंगिकता |
© कॉपीराइट 2019 महात्मा गांधी केंद्रीय विश्वविद्यालय, मोतिहारी, बिहार
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