डॉ. विकास पारीक ने संकाय को संस्थापक अधिष्ठाता के रुप में स्थापित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उन्हें शैक्षणिक एवं शैक्षिक प्रशासन में समृद्ध अनुभव प्राप्त है। वह ओएसडी (वित्त) एवं विभागाध्यक्ष (सीएस एंव आईटी) के रूप में भी कार्यरत रहे हैं।
वह 2016 में एमजीसीयू की स्थापना से ही कार्य कर रहे हैं। उन्हें शिक्षण में 15 वर्षों से अधिक का अनुभव है। एमजीसीयू में शामिल होने से पहले, उन्होंने एक अन्य प्रमुख शैक्षणिक संस्थान बनस्थली विद्यापीठ में अपनी सेवाएं प्रदान की है।
प्रो. पारीक ने कई शोधार्थियों और सॉफ्टवेयर विकास परियोजनाओं का पर्यवेक्षण किया है। उन्होंने पत्रिकाओं और सम्मेलनों में बहुत सारे शोध-पत्र प्रकाशित किए हैं। उन्होंने टीपीसी और कई सम्मेलनों और कार्यशालाओं के संपादकीय बोर्ड में काम किया है। वह क्रिप्टोलॉजिकल रिसर्च सोसाइटी ऑफ इंडिया के आजीवन सदस्य और एसीएम, आईएसएसीए और रोटरी क्लब के व्यावसायिक सदस्य हैं।
उनके शोध के केंद्र में साइबर सुरक्षा, ई-लर्निंग और कंप्यूटर और समाज शामिल हैं। उनको पुस्तकों से विशेष लगाव है और दर्शनशास्त्र और इण्डोलॉजी में गहरी रुचि रखते हैं।